सफ़र के बाद
बुधवार, 1 जुलाई 2020
शेर
झूठी आस दिलाओ बहुत अँधेरा है
कोई हाथ बढ़ाओ बहुत अँधेरा है
©2020
डॉ रविंद्र सिंह मान
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