सफ़र के बाद
शनिवार, 24 फ़रवरी 2018
छू के उसने मुझको पत्थर से नगीना कर दिया
›
आपने क्या खूब मिलने का ये वादा कर दिया फिर उम्मीदों ने सभी मुर्दों को जिंदा कर दिया इस मुहब्बत में हमारे गम तो दूने हो गये और यादों ने...
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें